सुशांत सिंह राजपूत की मौत से मुंबइया फिल्म जगत में एक उभरता सूरज वक्त से पहले डूब गया। मायालोक का एक हिस्सा अंधरे में डूब गया। प्रकृति का नियम है कि दूसरे छोर पर तभी सूरज उगता है जब एक छोर अंधेरे में डूब जाय। इसलिये जिन्हें अपने यहां उजाले की चाहत थी...Read More
नया भारत और स्वच्छ भारत बनाने का लक्ष्य बॉलीवुड को स्वच्छ और नया बनाए बगैर प्राप्त नहीं किया जा सकता। असल में बॉलीवुड इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। बॉलीवुड को ...
टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (टीआरपी) की हो में सनसनीखेज और त्वरित रिपोर्टिंग के लिए भारतीय मीडिया पर भले सव...
‘आकाश’ में अपने प्रभुत्व को देख भारतीय आकांक्षाएं भी आसमान पर पहुँच गई थी, इसलिए सिंधु जल संधि को स्थगित करने और ब्...
कलियुग में भी धरती पर देवताओं का महाकुंभ हो सकता है, इसका प्रमाण देवभूमि हिमाचल प्रदेश के छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी जिला मुख्यालय पर हर साल शिवरात्रि को देखने को मिला है। छोटी काशी म...
समसामयिक परिप्रेक्ष्य में जहां चारों ओर से सही-गलत सूचनाओं की बमबारी हो रही है, विश्वसनीयता का प्रश्न और भी महत्वपूर्ण हो उठा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह ...
भारत में पत्रकारिता का उदभव ही राष्ट्रव्यापी पुनर्जागरण और समाज कल्याण के उद्देश्य से हुआ था। महात्मा गांधी, बाबूराव विष्णु पराड़कर, गणेश शंकर विद्यार...
ओटीटी शब्द ओवर-द-टॉप का शॉर्ट फॉर्म है। ओटीटी एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां फिल्म और टेलीविजन कंटेंट को केबल या सैटेलाइट प्रसारणकर्ता के बजाय इंटरनेट पर प्रसारित किया जाता है। इंटरनेट की सहायता ...
2024-04-08
2024-04-08
- बाबूराव विष्णु पराड़कर